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निफ़्टी बुल

वीकली एक्सपायरी में बुल ने दिखाई ताक़त, निफ़्टी 14406 पर बंद

आज का बाजार जबरदस्त तरीके से नीचे खुलने के बाद भी निफ्टी 80 प्वाईंटस नीचे गिरा हुआ 14219 पर खुला। निफ्टी ने अपने ओपनिंग लेवल्स पर सस्टेन करने की बहुत कोशिश करी। बाजार खुलने के कुछ ही मिनिटों के अंदर निफ्टी 14151 के निम्नतम स्तर तक आया और उसके बाद अच्छी तरह से ऊपर और ऊपर ही जाता रहा। निफ्टी आखिरकार लगभग अपने अधिकतम स्तर 14406 पर बंद हुआ। निफ्टी का आज का उच्चतम स्तर 14424 रहा। वैसे ही बैंकनिफ्टी ने 30763 पर खुला और निम्नतम 30555 तक जाकर जबरदस्त उछाल आई और आज का उच्चतम स्तर 31834 पर आने के बाद बैंकनिफ्टी 31782 पर बंद हुआ। निफ्टी 14400 के ऊपर बंद होने में मेटल्स का जबरदस्त हाथ रहा।

सनद रहे आज बाजार की साप्ताहिक एक्सपायरी थी।

Nureca आज फिर अपर सर्किट के साथ ही खुला और बंद हुआ, आज का भाव रहा 1218.75, आज हमने आपनी 50% Holding बेच दी। लगभग 42% का लाभ अर्जित किया। ये हमने 15 अप्रैल को खरीदे थे। बाकी को 50% अभी बचाकर रखे हैं।

बाजार के चार्टस देखकर लगता है कि अगले सप्ताह से बाजार बुलिश मोड में आ जायेगा और निफ्टी 16,000 की यात्रा शुरू करेगा।

EKC आज फिर अपर सर्किट पर खुला, आज का भाव रहा 121.75। अभी तक 58% लाभ में हैं, यह हमने 77 रूपये में खरीदा हूआ है।

IndiaBulls Housing की खबर आज बाजार में आई कि अब लोन में HDFC Bank के साथ यह इनका भी शेयर होगा। इस खबर के चलते आज यह तेजी में रहा और उच्चतम 185.70 तक गया, 176.95 पर बंद हुआ। हमने यह शेयर 13 मार्च 2021 को 165 रूपये में ले रखा है। अब कुछ और समय रखने के बाद इसके चार्ट देखकर कब निकलना है इसका निर्णय लेंगे।

आज इंट्राडे के लिये Lincoln लिये थे, 255 में SL 250 रखा था। फिर 267 रूपये में बेचकर बाहर हो गये। लगभग 17 रूपये प्रति शेयर का लाभ अर्जित किया।

आज Dmart small quantity अपने Long Term portfolio के लिये खरीदी भाव 2700 रूपये।

Snowman खरीदा आज 51.90 रूपये में SL 50 रूपये रखा, 54 रूपये के भाव पर निकल गये, लगभग 2.10 रूपये प्रति शेयर का लाभ अर्जित किया।

Lasa लिया 69 रूपये में SL 62 रूपये रखा, जिसकी उम्मीद थी कि आज अपर सर्किट पर बंद होगा पर नहीं हुआ, आज यह शेयर 72.10 रूपये पर बंद हुआ। हालांकि हमने 50% Quantity 75.50 रूपये में बेचने का ऑर्डर लगा रखा था, क्योंकि 75.75 रूपये पर अपर सर्किट की लिमिट थी ।

फिर प्रेम भाई का एक ट्वीट भी आया था आज Navin Flourin और Deepak Nitrite पर

नवीन दीपक दो थे भाई

सर्किट लगने हुई लड़ाई

नवीन बोला मैं लगाऊँगा

दीपक बोला मैं लगाऊँगा

सुनके दोनों की मम्मी आई

दोनों को एक चपत लगाई

बोली – नवीन बेटा तू सर्किट लग जा

दीपक बेटा तू भी लग जा

Anjani Food 193.55 रूपये पर Long Term Portfolio के लिये खरीदा।

Weekly Expiry Trades –

Nifty 14250 CE Bought at 40, Few Lots exited at 80 and then 100 Full profit booked, Todays High was 179.80

Banknifty 31600 CE Bought at 20, Few Lots exited at 40 and then 60 Full profit booked, Todays high was 222.75

Banknifty 31500 CE Bought at 25, Few Lots exited at 50 and then 75 Full profit booked, Todays high was 317.60

Corresponding Hedge Trade also took PE, जिसके कारण मैंने अपनी रिस्क को कम किया।

इसके अलावा कुछ ऑप्शन सेलिंग में भी पोजिशन ले रखी हैं 

जिसमें AMARARAJA, HDFCBANK & PFC के पुट्स हैं।

यहाँ पर दी गई जानकारी केवल वही है जो मैंने साझा करनी चाही है, मेरे पास और भी होल्डिंग है जिसके बारे में यहाँ जानकारी नहीं दी गई है।

Legal Declaimer – I am not SEBI Registered Research Analyst. All Posts, Views & Ideas are for Educational purpose only. I am not responsible for your Profit & Loss. Please consult your Financial Advisor before making any Investment / taking any trade position in market.

इनसाईडर ट्रेडिंग क्या होती है और यह भारत में Illegal क्यों है?

इनसाईडर ट्रेडिंग शेयर बाज़ार में अनुचित व अवैध प्रेक्टिस है, जहाँ अधिकतर शेयर निवेशकों को बेहद घाटा है क्योंकि उनके पास वह जानकारी नहीं है जो कि कंपनी के लोगों के पास होती है।

इसका मतलब यह है कि कंपनी के अंदर की किसी महत्वपूर्ण जानकारी से बहुत सारा पैसा बनाया जा सकता है जिससे शेयर बाज़ार में हो रहे शेयर के कारोबार में सही नहीं ठहराया जा सकता है।

इनसाईडर ट्रेडिंग क्या है?

भारत में सेबी जो कि शेयर बाज़ार की नियामक संस्था है के द्वारा इनसाईडर ट्रेडिंग को हतोत्साहित किया जाता है क्योंकि इस प्रकार की ट्रेडिंग प्रेक्टिस अनुचित है, और साधारण निवेशकों के साथ यह बेईमानी है।

शेयर बाज़ार में सूचिबद्ध शेयरों, प्रतिभूतियों (जैसे बांड, शेयर, स्टॉक ऑप्शन्स) में होने वाले कारोबार वाली कंपनियों में कोई भी ऐसी ख़बर जिससे कंपनी की कार्यप्रणाली, किसी बड़े निर्णय की पहले से जानकारी होना, व उससे फ़ायदे या नुक़सान का आँकलन कर उसमें ट्रेडिंग करना इनसाईडर ट्रेडिंग कहलाता है। इस जानकारी को नॉन-पब्लिक इंफर्मेशन कहा जाता है। जिससे कंपनी के अंदर का कोई भी व्यक्ति जिसे उन नॉन-पब्लिक इंफर्मेंशन की जानकारी होती है वह फ़ायदा होने की स्थिति में शेयर बाज़ार से ख़रीद लेता है, घाटा होने की स्थिति में शेयर पहले बेच देता है।

साधारण से शब्दों में अगर कहा जाये तो यह समझिये कि जिस जानकार व्यक्ति के पास कंपनी की अंदरूनी जानकारी है वह फ़ायदे में है और साधारण शेयरधारकों के पास वह जानकारी नहीं है। वह जानकार व्यक्ति कार्पोरेट ऑफ़िसर, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर, एम्पलोई या वह जिसे इस नॉन-पब्लिक इंफर्मेंशन तक पहुँच है, हो सकता है।

इनसाईडर ट्रेडिंग के उदाहरण –

हम यहाँ तीन प्रकार के उदाहरण से समझेंगे –

१. किसी कंपनी के CEO के वकील को एक गोपनीय मीटिंग में यह पता चलता है कि अगले कुछ दिनों में ही CEO एकाऊँटिंग फ़्रॉड के कारण पकड़ा जायेगा।

इस परिस्थिती में वकील उस कंपनी के शेयरों को बाज़ार में बेच देगा, क्योंकि उसे पता है कि CEO के पकड़े जाने की ख़बर आने के बाद कंपनी के शेयर का भाव गिरेगा।

२. मान लीजिये कि मेरा कोई दोस्त किसी कंपनी में महत्वपूर्ण पद पर है और उसके पास बेहद महत्वपूर्ण जानकारी है कि उसकी कंपनी को बहुत बड़ा फ़ायदा होने वाला है, वह यह जानकारी मुझसे साझा करता है।

तो मैं उस कंपनी के शेयर उस समय बाज़ार भाव से बहुत ज़्यादा मात्रा में ख़रीद लेता हूँ, जब दो दिन के बाद वह ख़बर आम जनता को पता चलेगी तो उस शेयर का भाव बहुत बढ़ जायेगा।

मान लीजिये कि शेयर का भाव उस समय 400 रुपये चल रहा है और मैं उस कंपनी के 1000 शेयर ख़रीद लेता हूँ, तो मेरा निवेश 4,00,000 रूपये का हो जाता है।

अब उस कंपनी की ख़बर बाज़ार में आ जाती है और उस ख़बर से जो कि नये उत्पाद लाँच की ख़बर है, और उस तरह का उत्पाद बाज़ार में था ही नहीं, और उस उत्पाद की ज़रूरत भारत में लंबे समय से है तो कंपनी के शेयरों का भाव तेज़ी से बढ़ने लगेगा।

2-3 सप्ताह में ही कंपनी के शेयर का भाव 600 रुपये हो जाता है और मैं उन शेयरों को बेच देता हूँ, जो कि 600 रुपये के हिसाब से 1000 शेयरों का 6,00,000 रूपये हो जाता है। मेरा लाभ मात्र 2-3 सप्ताह में 40% हो जाता है, जो कि 2,00,000 रूपये होता है।

३. कोई व्यक्ति सरकारी अफ़सर है और उसे किसी नये क़ानून व नियम के बारे में पहले ही पता चल जाता है और उस नियम से ऑटो कंपनियों को बहुत फ़ायदा होने वाला है, और वह गोपनीय तरीक़े से ऑटो कंपनियों के बहुत सारे शेयर ख़रीद लेता है, क्योंकि उसे पता है कि जैसे ही यह क़ानून व नियम लागू होंगे, शेयर के भाव बहुत बढ़ जायेंगे।

इनसाईडर ट्रेंडिंग Illegal क्यों है?

अधिकतर देशों में इनसाईडर ट्रेडिंग मतलब कि गोपनीय जानकारी के आधार पर लाभ कमाने वाली गतिविधियों को Illegal माना जाता है और इस प्रकार की ट्रेडिंग को आपराधिक कृत्य के तौर पर देखा जाता है।

१. आम निवेशकों के साथ धोखा –

यह वाक़ई उन आम निवेशकों के साथ धोखा है जिन्हें इस गोपनीय जानकारी का पता नहीं होता है और वे घाटा में रहते हैं। वहीं जिनके पास वह गोपनीय जानकारी होती है वे लोग उस जानकारी से बहुत से पैसा बना लेते हैं।

२. नैतिक रूप से ग़लत है

इनसाईडर ट्रेडिंग को नैतिक रूप से ग़लत कार्य माना जाता है और शेयर बाज़ार में इस तरह के कार्य को अनैतिक माना जाता है, क्योंकि उस कंपनी के सभी शेयरधारकों को ट्रेडिंग में बराबर का अवसर नहीं मिल पाता। वह जानकारी उनके पास बाद में आती है।

३. लोगों का विश्वास डगमगाता है

इनसाईडर ट्रेडिंग से शेयर बाज़ार में कंपनी के प्रति विश्वास डगमगाता है, कम हो जाता है।

क्या आप किसी ऐसे खेल को खेलना पसंद करोगे जहाँ धोखेबाज़ी है, नहीं न, क्योंकि आपको पता है कि इस कंपनी के लोग धोखेबाज़ हैं और गोपनीय जानकारी के आधार पर अपना फ़ायदा बना लेते हैं, जिससे आम निवेशक को हमेशा ही फ़ायदा नहीं होता है, उल्टा नुक़सान ही होता है तो आम निवेश इस तरह की कंपनियों के शेयरों से दूर ही रहता है। जिससे कंपनी की छवि ख़राब होती है।

इनसाईडर ट्रेडिंग एक जुर्म है और इस पर सज़ा के साथ साथ ही जुर्माने का भी प्रावधान है।

शेयर बाजार केसिनो

कई लोगों को शेयर बाजार केसिनो लगता है, कि रातों रात वहाँ पर पासे फेंककर या नम्बर गेम में किस्मत आजमाकर करोड़ों कमाना चाहते हैं। पर यह बाजार उन्हीं जैसे लोगों का इंतजार करता है, थोड़ा सा जिताकर लालच देता है कि तुम केवल जीत ही रहे हो, और फिर वे लोग इस दलदल से बाहर निकल ही नहीं पाते, धन तो जाता ही है, अगर मानसिक कमजोर होते हैं तो जान भी दे देते हैं आत्महत्या करके।

हम स्टॉक मार्केट में करोड़ों कमाने नहीं आये, हमें बैंक की फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाला ब्याज कम लगता था, और हमें चाहिये था दोगुना ब्याज, बस इस चक्कर में यहाँ आये, कई बार लालच में फँसे पर अपने लक्ष्य पर कायम रहे।

ध्यान रखिये वॉरेन बफेट का वार्षिक रिटर्न 23% है तो कैसे ये नए खिलाड़ी सोचते हैं कि वे 200 या 500% का रिटर्न बाजार से कमा लेंगे। क्योंकि यहाँ भी सपने बेचने वाले लोग हैं, जो बताते हैं कि अगर इतना पैसा लगाओगे तो साल का इतना पैसा तो चुटकी बजाते ही कमा लोगे, और जब पैसे की बात होती है तो आदमी लालच में अंधा हो जाता है। जब कोई समझाता है तो उसे लगता है कि यही है वो जो उसे करोड़पति बनने से रोक रहा है। ऐसे लोगों के चक्कर में न पड़ें जो कहते हैं कि महीने के इतने रूपये लेंगे और श्यूर साट कॉल देंगे, अगर ऐसा ही है तो उनको कॉल बेचने की क्या ज़रूरत वे बाज़ार से सीधे ही कमा सकते हैं।

लालच करिये पर सीमा में रहकर, देखिये एक साधारण सा गणित है, अगर आप कोई शेयर खरीदते हैं और अगर कुछ ही दिनों में आपको मान लीजिये 4-5% का प्रॉफिट होता है, तो बेचकर निकल लीजिये, हाँ पैसा कमाना है तो सीखना भी पड़ेगा, अगर ऐसा आपने वर्ष में 2-3 या 4 बार भी कर लिया तो आपने बैंक से दोगुना या तीन गुना ब्याज अर्जित कर लिया। छोटे मुनाफे पर लालची बनिये और मजा करिये।

बैंकनिफ़्टी में लालच

रोज़ सुबह ९ बजे से बाज़ार का पूरा विश्लेषण करके बैठ जाता हूँ, कि आज तो बैंक निफ़्टी में कोई ट्रेड करूँगा, अपना एक्सपर्टीज केवल बैंक निफ़्टी और निफ़्टी ऑप्शन्स पर है, और बैंकनिफ़्टी में जल्दी लालच करके थोड़ा बहुत कमाकर निकल लेना अपनी आदत है।

अपने व्हाट्सऐप स्टेटस पर करीबी मित्रों के लिये अपनी स्टडी भी शेयर करता हूँ, पर कई बार होता यह है कि ख़ुद ही ट्रेड नहीं कर पाता, कई बार मूड नहीं होता, कई बार नींद में होता हूँ, क्योंकि रात को देर से मीटिंग ख़त्म होती है, तो फिर नींद में ट्रेडिंग नहीं करता, लोग कहते हैं कि 9.15 से 9.30 के बीच मार्केट सैटल होने दो फिर बैंकनिफ्टी में ट्रेड उसके बाद करो, और बैंकनिफ्टी में मेरा पसंदीदा ट्रेड करने का समय ही यह 15 मिनिट है। सबकी अपनी अपनी स्टडी होती है, खैर आजकल स्टडी ठीकठाक सी ही है, बैंकनिफ्टी में 90% तक के ट्रेड में अच्छी खासी कमाई हो  जाता है, स्टॉप लॉस भी कभी कभार ठुक ही जाता है।

अब चार्ट पढ़ने के लिये तो मैं अपने ब्रोकिंग एप्प कुछ एक स्पेशल पेड़ सर्विस वाले एप्प का ही इस्तेमाल करता हूँ, लोग 5 मिनिट का चार्ट बनाते हैं, मैं 1 मिनिट का चार्ट बनाता हूँ और अब कोशिश होती है कि अपना लाग टर्म 5 मिनिट का ही हो, कई बार तो मैं ट्रेड ख़रीद कर एकदम बेच भी देता हूँ, बाद में समय देखता हूँ तो पता चलता है कि मात्र 15-20 सेकंड में भी कई बार टार्गेट आ जाता है और ट्रेड हो जाती है।

लोग कहते हैं कि तुम ख़ुद के कॉल पर ही काम नहीं करते, मैं कहता हूँ कि मुझे बाज़ार थोड़ा बहुत समझ में ज़रूर आने लगा है, परंतु इसका मतलब यह तो नहीं कि अपनी कमाई का पैसा ऐसे ही जाने दूँ, पर हाँ मैं जब भी ट्रेड करता हूँ हैज करके करता हूँ, आजकल की वोलेटिलिटी में हैजिंग बहुत काम की है, दोनों तरफ़ कमाई होती है।

तभी तो दोस्तों को कहता हूँ कि भले मुझे सीखने में 20 वर्ष लगे, पर आप लोग ज़्यादा होशियार हो, आप लोग जल्दी सीख सकते हो, और अच्छी खासी कमाई भी कर सकते हैं। वह भी बहुत कम पैसे में याने कि 5 – 6000 से ही काम शुरू कर सकते हैं, पर हाँ पहले सीखने में बहुत मेहनत करना पड़ेगी, टीवी मत देखना, सब बेबकूफ बनायेंगे। पेपर ट्रेडिंग करना शुरू करो, बाज़ार में आ रही ख़बरों को पढ़ना शुरू करो, समझो कि कैसे और कहाँ इस ख़बर का असर होगा, मुझे यह चीज Kamal Sharma जी ने समझाई, उनका बहुत बहुत आभार है, वे मेरे गुरू हैं शेयर बाजार के मामलों में। शेयर बाजार को पढ़ना मुझे बोर नहीं लगता है, अब तो बिजनेस की न्यूज देखकर और मजा आता है, बैलेन्स शीट पढ़ना प्रिय शगल है, सेक्टर रिपोर्ट पढ़ना बहुत अच्छा लगता है, ट्विटर पर भी जानकारी भरी पड़ी है, एक से एक विशेषज्ञ लोग भरे पड़े हैं, बस अपने आप को फोकस करने की जरूरत है।

1971 के युद्ध की बात और पाक एयर फोर्स का भारत में घुस आऩे की खबर से शेयर बाजार गिरा

कल एक कलीग से बात हो रही थी, वो बता रहे थे कि उनकी माताजी बताती हैं 1971 के युद्ध में जब उनके पिताजी भी हिस्सा लेने गए, वे नेवी में थे और नेवी की कॉलोनी में रहते थे। किसी को पता नहीं था कि वे कहाँ जा रहे हैं।

कुछ दिनों बाद समाचार आया कि पाक के तारपीडो ने हमारे एक जहाज को उड़ा दिया है और वो समुद्र में डूब गया है, तो पूरी कॉलोनी शोक में डूब गई गई थी, किसी के घर 2 दिन तक चूल्हा तक नहीं जला था।

जब तीसरे दिन खबर आई कि आईएनएस खुखरी डूबा है, तब जाकर इनके यहाँ मातम शोक कम हुआ, पर खुखरी पर सवार जवानों के घर पर मातम गहरा गया था।

युद्ध का उन्माद केवल जनता के लिये रोमांच है, पर वे खुद लड़ना नहीं चाहते, अगर इतना ही लड़ने की इच्छा है तो आप प्रण कीजिये कि अपने घर से कम से कम एक बच्चे को युद्ध के लिये सेना में भेजेंगे।

केवल जानकारी के लिये बता दूँ कि ये मुस्लिम मित्र हैं, पर जब भारत ने पाक के ऊपर नभ से कार्यवाही की, तो उनकी खुशी देखते नहीं बन रही थी, ऐसा लग रहा था कि वो खुद एक जंग जीतकर आ रहे हैं, कल जब पाकिस्तान ने नभ से आक्रमण किया तो बहुत खिन्न थे, और केवल एक वाक्य था कि इनको तो नक्शे से मिटा देना चाहिये, पर इसमें भारत फिर से 1947 की वित्तीय परिस्थितियों में पहुँच जायेगा, क्योंकि वे खुद एक बड़े वित्तीय विश्लेषक हैं।


कल शेयर बाजार बहुत अच्छा कर रहा था, और निफ्टी 125 अंक ऊपर तथा बैंक निफ्टी ३५० अंक ऊपर लगभग 27180 के आसपास था, जैसे ही सवा ग्यारह की पाकिस्तानी हवाईजहाजों के भारत में घुसने की खबर आई, और पुष्टि हुई, अचानक से बाजार में बिकवाली आ गई, और निफ्टी 175 अंक नीचे तथा बैंक निफ्टी 450 से ज्यादा अंकों से नीचे था।और 12 बजे से ही नो ट्रेड के मैसेज भी आने लगे, कि डन फॉर द डे। चित्र में देख सकते हैं कि कैसे बैंक निफ्टी लुढ़का और फिर लगभग बाजार में नो ट्रेड डे ही रहा।

खुद सोचिये कि वित्तीय बाजार इतनी सी घटना को इतना गंभीरता से लेता है तो युद्ध की परिस्थितियों में क्या होगा, हालांकि हमारे कई मित्र कल कराँची स्टॉक एक्सचेंज के 1700 अंक नीचे याने कि लगभग 4% नीचे था, उसकी काफी खुशियाँ मना रहे थे।

बैंक निफ्टी 27-Feb-2019

बारिश, अल्लू अर्जुन और फेसबुक ट्विटर

कल ऑफिस पहुँचे तो उसके बाद जो बारिश शुरू हुई, तो शाम को घर आने तक चलती ही रही। आने में तो हम रैनकोट पहनकर आये, परंतु फिर भी थोड़ा बहुत भीग लिये थे। घरपर निकलने के पहले ही फोन करके कह दिया था कि आज शाम को तो पकौड़ा पार्टी करेंगे, और बरसात का आनंद लेंगे। घर पहुँचे थोड़ा बहुत ट्रॉफिक था, पर 18 किमी बाईक से चलने में डेढ़ घंटा लगना मामुली बात है। कार से जाना नामुनकिन जैसा है, पहले तो दोगुना समय लगेगा और फिर पार्किंग नहीं मिलेगी, एक बार गये थे तो तीन घंटे जाने में लगे थे, पार्किंग नहीं मिली थी तो घर पर आकर वापिस से पार्किंग करनी पड़ी थी। जिसको बताया वो हँस हँसकर लोटपोट था कि तुमने कार से जाने की हिम्मत कैसे जुटाई। Continue reading बारिश, अल्लू अर्जुन और फेसबुक ट्विटर

और दौड़ के लिये समय निकल ही आया

अक्टूबर से दौड़ना बंद था, कभी किसी काम में व्यस्त तो कभी किसी काम में और समय ही नहीं निकल पाया, दरअसल दौड़ हमारी पिछले वर्ष जुलाई से ही कम हो गई थी। पर खैर देर आयद दुरुस्त आये। आज से फिर दौड़ शुरू की है, सबसे बड़ी समस्या समय की है, समय उतना ही है और काम बहुत सारे करने हैं। तो सोचा कि चलो अब नींद के समय में से थोड़ा समय चुराया जाये, अभी 6 बजे उठ रहे थे, अब आज से सुबह 5 बजे उठना शुरु कर दिया, और दौड़ के लिये समय निकल ही आया और साथ ही आधा घंटा बोनस का अपने पढ़ने लिखने के लिये ओर मिल गया।

दौड़
दौड़

सबसे बड़ी समस्या केवल और केवल आलस है। आज जब सुबह तैयार होकर दौड़ने जा रहे थे, तो लग रहा था कि आज किसी बहुत बड़ी समस्या का हल निकल गया है और फिर जब धीरे धीरे दौड़ना शुरू किया तो सारी समस्या ही खत्म हो गई। एक किमी दौड़ने के बाद जब पसीना आना शुरु हुआ तो समझ आया कि यह अहसास कितना अच्छा है। सुबह दौड़ते समय ताजी हवा से फेफड़े भी प्रसन्न हो रहे थे। सुबह कोई शोरगुल नहीं, न कार न स्कूटर, यहाँ तक कि सड़क पर पैदल चलने वाले भी नहीं थे। बस दूध देने वाले, समाचार पत्र देने वाले या कार साफ करने वाले दिख रहे थे। सुरक्षाकर्मियों की सुबह की ड्यूटी बदल रही थी, वे अपने नियत स्थान पर जा रहे थे। हमने देखा कि अब सारे सुरक्षाकर्मी बदले हुए हैं, वो भी 2-4 दिन में हमें पहचान जायेंगे, वैसे भी जब कॉलोनी के गेट से निकलते हैं, तो पहचानते तो होंगे ही।

हर एक राऊँड के बाद में पानी जरूर पी लेता हूँ, मेरा एक राऊँड लगभग 1.5 किमी का होता है, सतीश सक्सेना जी से बात करते हुए हमें भी यह लगा था, कि जब रिक्शे वाला कितने ही किमी बिना कोई एनर्जी ड्रिंक लिये रिक्शा खींच लेता है, तो हम क्यों लें, वैसे ही खेत का मजदूर, या अनाज मंडी का हम्माल। अब हम भी केवल दौड़ते हुए केवल पानी पीते हैं, हाँ जब लंबी दूरी के लिये दौड़ना होगा तब कुछ न कुछ एनर्जी ड्रिंक लेना ही होगा, क्योंकि पसीने के साथ सारा नमक निकल जाता है।

घर आते ही जबरदस्त वाली भूख लगने लगी, तो रिलेक्स करने के बाद सबसे पहले एक केला खाया और फिर 5 मिनिट का आराम करने के बाद नहाने चल दिये। अब अपने रोज के कार्य करने के लिये तैयार हैं, तो सोचा कि उसके पहले 10-15 मिनिट में अपने अनुभव ब्लॉग पर लिखते चलें।

वैसे शेयर बाजार आज अच्छा करने की संभावना है, क्योंकि वैश्विक बाजारों ने मंदी से उबरने के संकेत दिये हैं। सुबह ही सुना कि हीरो मोटर्स के नतीजे अच्छे आये हैं और उन्होंने 55 रूपये का डिविडेंड दिया है, हीरो मोटर्स के शेयर का भाव लगभग 3500 रूपये है, उस हिसाब से डिविडेंड का प्रतिशत 2 भी नहीं आता है, इससे बेहतर है कि REC के शेयर खरीदे जायें, जहाँ कि डिविडेंड यील्ड़ बहुत अच्छी है।

फाइनेंशियल बकवास (FinancialBakwas)

हमने यूट्यूब पर फाइनेंशियल बकवास नाम से नया चैनल शुरू किया है, जिसमें पर्सनल फाईनेंस से संबंधित बातों को वीडियो या प्रेजेन्टेशन के माध्यम से बताने का एक प्रयास है ।

अभी तक हमने यहाँ 5 वीडियो अपलोड किये हैं, आप भी देखिये और बताईये कि आगे आप और क्या सुनना चाहते हैं । मैं इस चैनल में मुख्यत: बात करूँगा –
1. म्यूचअल फंड
2. जीवन बीमा
3. मेडीक्लेम
4. दुर्घटना बीमा
5. शेयर बाजार
6. निवेश के तरीके
7. सेवानिवृत्ति की योजना
8. क्रेडिट कार्ड
9. टैक्स में बचत
10. कैसे अच्छे उत्पाद चुनें
11. अपने धन के सही तरीके से कैसे उपयोग करें

एल आई सी या टर्म इन्श्योरेन्स और आवर्ती जमा LIC or Term Insurance and Recurring Deposit in Hindi

 

त्योहारों पर म्यूचयल फंड उपहार में दें Gift Mutual Funds On Festivals (Hindi)

म्यूचअल फंड क्या होता है What is Mutual Fund in Hindi

म्यूचअल फंड योजनाओं के प्रकार हिन्दी में Mutual Fund Type of Schemes In Hindi

म्युचअल फंड योजनाओं के प्रकार एवं संरचना – हिन्दी Types of Mutual Funds and Structure in Hindi

 

घर बैठे, शेयर बाजार से कमायें २५००० से ७५००० रूपये–क्या है यह !! (Earn 25000 to 75000 per month from Share Market, How ?)

    बाजार में कई वर्षों से देख रहे हैं, लोग / कंपनियाँ आती हैं और दावा करती हैं कि एस.एम.एस. और ईमेल के द्वारा हम दिन में इतने कॉल देंगे, और इससे आप शेयर बाजार से बहुत सारा धन कमा सकते हैं । शेयर बाजार में लोग इनके चंगुल में फ़ँस भी जाते हैं, क्योंकि सभी लोग जल्दी से जल्दी धन कमा लेना चाहते हैं। पर अगर किसी से पूछो कि धन कमाकर क्या करेंगे तो उनके पास केवल जबाब होता है कि ऐश करेंगे, ऐश में क्या करेंगे वे नहीं बता पाते हैं।
    हम अपने मुख्य बिंदु पर बात करते हैं, क्या वाकई एस.एम.एस. / ईमेल पर आई टिप्स से पैसा कमाया जा सकता है ? शायद हाँ भी और नहीं भी !! इसका जबाब वाकई बहुत मुश्किल है, बाजार में सबसे मुख्य होता है समय के साथ चलना, जिसने जरा सी भी चूक की, फ़िर भले ही वह एक मिनिट की ही हो, उसे भरपूर घाटा उठाना पड़ सकता है और हो सकता है कि इस गलती से उसे भरपूर फ़ायदा भी मिल जाये।
    एस.एम.एस. में मुख्यत: इक्विटि (Equity) के नाम के साथ खरीदने या बेचने का रेट भेजा जाता है, टार्गेट भेजा जाता है और स्टॉप लॉस भेजा जाता है। लोग केवल टार्गेट पर ध्यान देते हैं स्टॉप लॉस कभी भी नहीं लगाते हैं, कम से कम मैंने तो बहुत ही कम लोगों को स्टॉप लॉस का उपयोग करते देखा है। जो समझदार होते हैं वे इन एस.एम.एस. टिप्स को लेते जरूर हैं, परंतु अपने अनुभव से अपने पैसे को बाजार में लगाते हैं। क्योंकि ये एस.एम.एस. भेजने वाली कंपनियाँ बहुत छोटे छोटॆ अक्षरों में अपने दस्तावेजों में लिखती हैं, कि होने वाली लाभ या हानि की जिम्मेदारी कंपनी की नहीं होगी, यह निवेशक (Investor) का व्यक्तिगत निर्णय है। कंपनी लीगल तरीके से साफ़ बच निकलती हैं।
    आजकल कई कंपनियाँ ट्विटर और फ़ेसबुक पर भी अपडेट कर रही हैं, परंतु जरूरत है अपने अनुभव से ही निवेश करने की, ये कंपनियाँ तो निवेशक (Investor) से मोटी रकम (Charges) वसूलती हैं और अलग हो जाती हैं, परंतु निवेशक (Investor) इनके बिछाये जाल में फ़ँस जाता है। कई समाचार पत्रों में हमने विज्ञापन देखा है कि “घर बैठे, शेयर बाजार से कमायें २५००० से ७५००० रूपये” (Earn 25000 to 50000 per month from Share Market, How ?), परंतु यह इतना आसान भी नहीं है, जितना कि विज्ञापन पढ़ने के बाद लगता है।
    सेबी को अब इन कंपनियों के मोबाईल कॉल और एस.एम.एस. खंगालने की आजादी मिली है, अब देखते हैं कि सेबी कैसे बहुत सारी छद्मवेशी कंपनियों पर क्या कार्यवाही करती है, जो कि बिना किसी विश्लेषण (Analysis) के निवेशकों (Investors) को चूना लगा रही हैं, वैसे भी अगर इन कंपनियों को बाजार की इतनी जानकारी होती है तो खुद ही फ़्यूचर ऑप्शन (Future Options) में पैसा (Fund) लगाकर धन कमा लें, क्यों बाजार में जानकारी बेचें ? कुछ लोग फ़ँस जाते हैं और कुछ लोग इनके चंगुल से बचे रहते हैं ।
    आगे इस बारे में कोई भी कदम उठायें तो सोच समझ कर उठायें, किसी की कॉल १०० प्रतिशत सही नहीं हो सकती, क्योंकि वह बाजार में इतना सारा धन लगाकर किसी भी एक शेयर को ऊपर नीचे नहीं कर सकता है यह केवल और केवल व्यक्तिगत निवेशक (Investor) के लिये जोखिम (Risk) है।

NRN की Infosys में दूसरी पारी

    अभी कुछ दिनों पहले मुंबई आने के पहले एक दिन के लिये बैंगलोर में था तब नारायण मूर्ती जी को जिन्होंने बहुत करीब से देखा था, उनसे मुलाकात हुई, हालांकि यह मुलाकात व्यक्तिगत नहीं व्यावसायिक थी । उन्होंने बताया कि वे NRN को भगवान का दर्जा देते हैं, क्योंकि उनकी किसी से भी तुलना करना, अपमान करने जैसा है, किसी भी व्यक्ति द्वारा डेढ़ लाख कर्मियों में अपने खुद के गुणों को पोषित करना और उनके ऊपर कंपनी चलाना आज के इस युग में बहुत ही कठिन है, परंतु NRN ने करके बताया । उनकी बातों में ही समझ में आया कि वे नारायण मूर्ती जी को छोटे नाम NRN से बात कर रहे हैं ।

NRN

    उन्होंने बताया कि जब NRN ने सेवानिवृत्ति ली थी, उस समय बोर्ड मीटिंग में उन्होंने मुख्य रूप से तीन बातें कहीं थीं –

१. सेवानिवृत्ति की आयु ६५ होनी चाहिये और इसके बाद कोई भी व्यक्ति इन्फ़ोसिस में कार्य नहीं करना चाहिये, हालांकि बोर्ड ने NRN पर ७० वर्ष तक की उम्र के लिये काम करने के लिये दवाब बनाया था।

२. NRN ने कहा कि वे कामथ को अपनी जगह लेकर आ रहे हैं और वे उनसे भी ज्यादा प्रभावशाली साबित होंगे, उन्हें कामथ से कई उम्मीदें हैं और इन्फ़ोसिस को कामथ एक नई दिशा देंगे और नई ऊर्जा के साथ कंपनी बाजार का प्रतिनिधित्व करेगी ।

३. इन्फ़ोसिस को कतई पारिवारिक कंपनी नहीं बनने देंगे और मैं अपने परिवार के किसी भी सदस्य को इन्फ़ोसिस में आने के लिये प्रेरित नहीं करूँगा।

     अब जब बोर्ड ने नया प्रस्ताव लाकर NRN को वापिस Infosys में बुलाया है, कि Infosys को NRN की बहुत जरूरत है तो NRN मना नहीं कर सके, कौन अपने सीचें हुए पौधे को जो बड़ा होकर विशाल वृक्ष बन चुका है, उसे सूख जाने देगा । मैं कुछ बोल ही रहा था तो उन्होंने टोक दिया और कहा कि ना हम NRN के खिलाफ़ कुछ बोलते हैं, ना बोल सकते हैं और ना ही हम दूसरों को इसके लिये बढ़ावा देंगे ।

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     फ़िर उन्होंने बोलना शुरू किया कि एक तरह से NRN का वापिस Infosys आना डेढ़ लाख कर्मियों के लिये बहुत अच्छा है, परंतु NRN के खुद के लिये वाकई बहुत कठिन होगा क्योंकि जो तीन बातें उन्होंने खुलेआम कहीं थीं और वे लगभग हर जगह दस्तावेजों में उपलब्ध हैं, अगर वे ही अपने पुराने ईमेल देखेंगे तो शायद उन्हें अच्छा नहीं लगेगा। जो तीन बातें उन्होंने कहीं थीं, वे तीनों ही NRN के लिये उलट पड़ीं, हालांकि NRN इन सबसे इतने ऊपर हैं कि कोई शायद ही कभी कुछ उन्हें कहेगा परंतु  NRN बहुत अच्छा महसूस नहीं कर रहे होंगे, हालांकि बाजार का रूख भी अभी साफ़ नहीं है कि NRN की Infosys में वापसी को बाजार कैसे लेगा, NRN आज बाजार के ब्रांड हैं, उनके दम पर ही Infosys इतना बड़ी कंपनी  बन पायी है। परंतु फ़िर भी जो भी NRN अब करना चाहते होंगे वह योजना अब आकार नहीं ले पायेगी क्योंकि उनके द्वारा उपजाया हुआ पौधा जो विशाल वृक्ष बन चुका है उन्हें बुला रहा है।

     अब NRN को Infosys में अंतरिम विश्लेषण के बाद ढूँढ़ना होगा कि उनके दिये हुए मूल्यों में कितनी हानि हुई है और उन मूल्यों को कंपनी में वापिस से स्थापित करने के लिये कितना समय लगेगा, यह तो आगे वक्त ही बतायेगा । Infosys में कितना इन्टर्नल डेमेज हुआ है यह भी वक्त के साथ पता चलेगा, बाजार भी NRN और Infosys को कैसे देखेगा और अब Infosys कैसे वापिस से नई ऊँचाईयों पर पहुँचेगी, यह भी भविष्य के गर्भ में है।

     हमारी NRN और Infosys दोनों को भविष्य के लिये मंगलकामनाएँ हैं, यही वह कंपनी है जिसने भारत में तकनीक के नये युग की शुरूआत की थी ।

*फ़ोटो इकोनोमिक टाइम्स एवं इंडिया आजतक से साभार लिया गया है ।